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Jay hind
my last post and no network in Kashmir good bye and I in to Delhi ----बदलाव अनिवार्यता के पहियों पर रोल करता हूआ नही आता .. बल्कि निरंतर संघर्ष से आता है ईसलिए अपनी पीठ सीधी कर अपनी स्वातंत्रता के लिए काम करना चाहिए...... my ? kargil time
महाराणा के हाथी की कहानी।:--- मित्रो आप सब ने महाराणा प्रताप के घोंड़े चेतक के बारे में तो सुना ही होगा, लेकिन उनका एक हाथी था। जिसका नाम था रामप्रसाद उसके बारे में आपको कुछ बाते बताता हु। रामप्रसाद हाथी का उल्लेख अल बदायुनी ने जो मुगलों की ओर से हल्दीघाटी के युद्ध में लड़ा था ने अपने एक ग्रन्थ में कीया है। वो लिखता है की जब महाराणा पर अकबर ने चढाई की थी तब उसने दो चीजो की ही बंदी बनाने की मांग की थी एक तो खुद महाराणा और दूसरा उनका हाथी रामप्रसाद। आगे अल बदायुनी लिखता है की वो हाथी इतना समजदार व ताकतवर था की उसने हल्दीघाटी के युद्ध में अकेली ही अकबर के 13 हाथियों को मार गिराया था और वो लिखता है : उस हाथी को पकड़ने के लिए हमने 7 हाथियों का एक चक्रव्यू बनाया और उन पर 14 महावतो को बिठाया तब कही जाके उसे बंदी बना पाये। अब सुनिए एक भारतीय जानवर की स्वामी भक्ति। उस हाथी को अकबर के समक्ष पेश किया गया जहा अकबर ने उसका नाम पीरप्रसाद रखा। रामप्रसाद को मुगलों ने गन्ने और पानी दिया। पर उस स्वामिभक्त हाथी ने 18 दिन तक मुगलों का न दाना खाया और न पानी पीया और वो शहीद हो गया Tab अकबर ने कहा था कि;- जिसके हाथी को मै मेरे सामने नहीं झुका पाया उस महाराणा प्रताप को क्या झुका पाउँगा। ऐसे ऐसे देशभक्त चेतक व रामप्रसाद जैसे तो यहाँ जानवर थे। इसलिए मित्रो हमेशा अपने भारतीय होने पे गर्व करो। पढ़ के सीना चौड़ा हुआ हो तो शेयर कर देना। by= maulik patel -- Maulik Patel https://www.matrubharti.com/bites/111287487
कमजोर तब रुकते .. जब वो थक जाते हैं और विजेता तब रुकते है. जब वो जीत जाते है.. jay hind
-- Mahavirsinh Vah
????जिंदगी को आसान नहीं बस खुद को मजबूत बनना पडता हैं... सही समय कभी नही अाता बस समय को सही बनाना पडता है .... sarvaiya virdeep Singh
Maharana Pratap – History महाराणा प्रताप भारत के सबसे पहले स्वतंत्रता सेनानी माने जाते है| महाराणा प्रताप की वीरता विश्व विख्यात है| उन्होंने अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए अपने सिंहासन को छोड़ दिया और जंगलों में अपना जीवन बिताया लेकिन मुग़ल बादशाह अकबर के सामने मरते दम तक अपना शीश नहीं झुकाया| इतिहास के पन्नों में महाराणा प्रताप की वीरता और स्वाभिमान हमेशा के लिए अमर हो गयी| आज महाराणा प्रताप करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है| महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 में मेवाड़ (राजस्थान) में हुआ| महाराणा प्रताप मेवाड़ के राजा उदयसिंह के पुत्र थे| महाराणा प्रताप बचपन से ही वीर और साहसी थे| उन्होंने जीवन भर अपनी मातृभूमि की रक्षा और स्वाभिमान के लिए संघर्ष किया| जब पूरे हिन्दुस्तान में अकबर का साम्राज्य स्थापित हो रहा था, तब वे 16वीं शताब्दी में अकेले राजा थे जिन्होंने अकबर के सामने खड़े होने का साहस किया| वे जीवन भर संघर्ष करते रहे लेकिन कभी भी स्वंय को अकबर के हवाले नहीं किया| Maharana Pratapa – Height, Weight महाराणा प्रताप का कद साढ़े सात फुट एंव उनका वजन 110 किलोग्राम था| उनके सुरक्षा कवच का वजन 72 किलोग्राम और भाले का वजन 80 किलो था| कवच, भाला, ढाल और तलवार आदि को मिलाये तो वे युद्ध में 200 किलोग्राम से भी ज्यादा वजन उठाए लड़ते थे| आज भी महाराणा प्रताप का कवच, तलवार आदि वस्तुएं उदयपुर राजघराने के संग्रहालय में सुरक्षित रखे हुए है| Akbar’s Proposal अकबर ने प्रताप के सामने प्रस्ताव रखा था कि अगर महाराणा प्रताप उनकी सियासत को स्वीकार करते है, तो आधे हिंदुस्तान की सत्ता महाराणा प्रताप को दे दी जाएगी लेकिन महाराणा ने उनके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया| लगातार 30 वर्षों तक प्रयास करने के बावजूद अकबर महाराणा प्रताप को बंदी नहीं बना सका| Battle of HaldiGhati महाराणा प्रताप और अकबर की सेना के बीच हल्दीघाटी का महायुद्ध 1576 ई. लड़ा गया| इस युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना में सिर्फ 20000 सैनिक तथा अकबर की सेना के 85000 सैनिक थे| अकबर की विशाल सेना और संसाधनों की ताकत के बावजूद महाराणा प्रताप ने हार नहीं मानी और मातृभूमि के सम्मान के लिए संघर्ष करते रहे| हल्दीघाटी का युद्ध इतना भयंकर था कि युद्ध के 300 वर्षों बाद भी वहां पर तलवारें पायी गयी| आखिरी बार तलवारों का जखीरा 1985 को हल्दीघाटी में मिला था| Chetak महाराणा प्रताप की वीरता के साथ साथ उनके घोड़े चेतक की वीरता भी विश्व विख्यात है| चेतक बहुत ही समझदार और वीर घोड़ा था जिसने अपनी जान दांव पर लगाकर 26 फुट गहरे दरिया से कूदकर महाराणा प्रताप की रक्षा की थी| हल्दीघाटी में आज भी चेतक का मंदिर बना हुआ है| Death of Maharana Pratap ऐसा कहा जाता है कि महाराणा प्रताप की म्रत्यु की खबर सुनकर अकबर भी सुन्न हो गया था| अकबार जानता था कि महाराणा प्रताप जैसा वीर पुरुष पूरे विश्व में नहीं है by - maulik patel -- Maulik Patel https://www.matrubharti.com/bites/111286369
Hadeep sinh jala no last video bhagvan tena atama ne shanti aape Jay Hind I salute you my Brothers
I miss you dilip -- Mr Foji https://video.matrubharti.com/111262203/video
हम परीक्षा हमे सा अकेलें मे देते है... लेकीन परिणाम हमेशा सबके सामने हो ता हैं.. ईसलिए कोई भी कर्म करने से पहले परिणाम का अव्श्य. विसार जरूर करो.. my ? book kargil Time......
-- Kunjdas https://www.matrubharti.com/bites/111286186
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