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कोई भी दुख, ना कभी उसे छू पाएं। जिसके भीतर कण-कण मेरे शिव आकर समाएं। ॐ नमः शिवाय। -Veena
आशिको की आशिक़ी, वो यारों की यारी है.. वो सिर्फ चाय नहीं, हमारी मुलाकात की पहली तैयारी है।
जिंदगी जीना कोई उनसे सीखे। हमसे हमारी मौत तक छीन ली उन्होंने। -Veena
चश्मदीद बना अंधा, बहरा सुने दलील। झूठ का है दबदबा, सच हुआ जलील।
Today is the day when I open my eyes to this world for the first time. Happy birthday 🎂 to me -Veena
वो ऐसी वो वैसी, भगवान ही जाने, वो असलियत में है कैसी। एक पहेली अनसुलझी, एक कशिश, जिसमें पूरी दुनिया उलझी। कितने नामों से पुकारु उसे, हर रिश्ते की डोर उसी पे खत्म और वही से शुरू।
असलियत
जिम्मेदारियां शांत होती है। वह तो दिल में जागृत इच्छाएं हैं, जिनकी वजह से लोग लड़ पड़ते हैं। -Veena
ना जानू दिन, ना जानू रात दिल जानता है, तुझसे सीखी बात। ना चाहूं चांद, ना मांगू तारे, हम तो पहले से ही हैं सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे। -Veena
जो उसे देख ना पाए, वो आंखे किस काम की ? जो मेरा प्यार ना बया कर पाए, वह होंठ किस काम के ? जो उसकी आवाज के लिए तरसे, उन कानों को क्या समझाऊं ? जो उसकी खुशबू ढूंढे, उस नाक को कैसे लूभाऊ ? अकेले में शर्ट के दो बटन खुले देख, जो शर्मा कर मुंह फेर लेती थी। अब वह अदा कहां से लाऊं ? जिस पर तेरी नजर ना पड़े, उस शरीर का बोझ कैसे उठाऊ ? अब तो यही दरखास्त हर मंदिर, दरगाह, गुरुद्वारे में लगाता हूं। जितने दिन की जिंदगी बची है। उसके साथ गुजारू, कह माथा टेक आता हूं। किस्मत ने भी अपना खेल क्या खूब रचाया है। मेरी जिंदगी के गुरुर को, अपनी उंगलियों पर नचाया है। अभी तो यह शुरुआत है, सफर काफी पथरीला है। अब बचीं है कुछ लम्हों की जिंदगी, यही उसका खेला है।
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