Hindi Poem videos by भावना प्रकाश Watch Free

Published On : 24-May-2020 01:17am

270 views

छुप गए वो भाव
जो मैं असल में तुम्हे दिखाना चाहती थी।

जिनको देख कर तुम इतने घबड़ाये की
मुझसे दामन ही छुड़ा लेना चाहा
उन्ही के पार छिपी थी वो सच्चाई
जिनसे तुम्हे असल मे रूबरू होना था।

तुम्हारे माथे की उन
सहमी सिलवटों को देख कर
मैं डर गई हूँ ,अपनी ही सच्चाई से
और छुपा दिया है उन्हें एक सीप में।

नहीं , वो मोती कतई नहीं हैं
बस मेरे जीवन का हिस्सा हैं
उस जीवन का जो मैनें
सौंप दिया है सागर को
तुम्हारा नाम ले कर

पर अब उस तक पहुंचने के लिए तुम्हे
एक लंबी यात्रा तय करनी पड़ेगी
और मुझे तय करनी होगी,
असंख्य अथाह नदियों की यात्रा
जिनसे पार पाना अब संभव नहीं।

मैं जानती हूँ तुम्हे मुझसे
मेरा कुछ भी चाहिए नहीं
हाँ ,क्योंकि तुम जानते हो
मेरा अस्तित्व जरा मटमैला है
और तुम्हारा दामन पाक साफ।

भावना प्रकाश✍️

5 Comments

Vinay Panwar videos on Matrubharti
Vinay Panwar Matrubharti Verified 4 year ago

बहुत खूब
जारी रखिये

भावना प्रकाश videos on Matrubharti
भावना प्रकाश 4 year ago

शुक्रिया💐

shekhar kharadi Idriya videos on Matrubharti
shekhar kharadi Idriya Matrubharti Verified 4 year ago

वाह... अति उत्तम सृजन...👌👌

Hardik Rajput videos on Matrubharti
Hardik Rajput 4 year ago

Related Videos

Show More