पिशि फँसी तूफ़ान में: Learn Hindi - Story for Children and Adults

Hindi   |   03m 38s

Pishi was a huge manta ray fish. Once, when he was caught in a big storm in the Indian Ocean, guess who came to his rescue? Dive into this AniBook for a dramatic story. पिशि फँसी तूफ़ान में पिशी उदास और अकेली महसूस कर रही थी। कल तक वह \'मैंट रेज़\' के उस दल का हिस्सा थी जो अण्डमान और निकोबार द्वीप के तटों से बहुत दूर मानों मछलियों की दवात करता रहता था। कैसे वे सब सुन्दर हिंद-महासागर के जलों में उछलती-कूदती रहतीं। जब उसे सामने एक जहाज़ दिखाई दिया, पिशी ने पानी में एक ज़ोरदार गोटा लगाया। उसके दोस्त तितर-बितर हो गये। पिशी ने अपने बड़े-बड़े मीनपक्ष फड़फड़ाये ताकि वह सुरक्षित जगह पर पहुँच जाये। बादल गरजे और फिर जोरों से बिजली कड़की। पिशी अपनी सुध-बुध खो बैठी। उसके लिए समुद्र एकदम काला पड़ गया था। एक बड़ी घुमावदार लहर ने सीधा उसे जहाज़ के नीचे धकेल दिया। आह! उसके पेट में एक घाव हो गया! उसे पता था की उसे क्या करना चाहिए। उसे अपने दोस्तों को खोजना था। लेकिन पहले उसके घाव का ठीक होना ज़रूरी था। वह भरपूर तेज़ी से तट की ओर बढ़ने लगी। उसका दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था। काश कि वह इतनी बड़ी नहीं होती – १० मीटर लम्बी और १०० किलो से ज़्यादा भारी! उसे किसी अस्पताल में पहुँचना था। बहुत जल्दी! आख़िर जान का सवाल था। तभी उसे तट पर प्रकाश-स्तम्भ दिखायी दिया। वह ख़ुशी से उछल पड़ी। पिशी क़ुदरत के अस्पताल पहुँच गयी थी। तुरंत बहुत-सी मछलियों का एक समूह उसके आस-पास तैरने लगा। जिन मछलियों को वह खाती थी, वे ही उसकी जान बचाने वाली \'नर्सें\' बन गयीं थीं। उन्होंने उसके पेट का गहरा घाव साफ़ किया। क्लीनर फ़िश\' नाम की मछलियों ने फटी खाल के टुकड़े खा लिए। जल्दी ही पिशी को आराम महसूस हुआ। हिन्द-महासागर में रहने वाली ५००० क़िस्म की मछलियाँ उसे पहले से भी ज़्यादा अच्छी लगने लगीं। Story: Mala Kumar & Manisha Chaudhry Illustrations: Sangeeta Das Translation: Manisha Chaudhry Narration: Neha Gargava Music: Rajesh Gilbert Animation: BookBox

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