Aangan ki Chandni book and story is written by Sabreen FA in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Aangan ki Chandni is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
आँगन की चाँदनी - Novels
by Sabreen FA
in
Hindi Motivational Stories
प्यार करना मतलब कुछ नहीं है, प्यार करने लायक बनना थोडा बहोत अच्छा है लेकिन प्यार करने और साथ में करने लायक बनना, ये सब कुछ है. प्यार को कभी किसी का दिया हुआ अनुदान समझकर स्वीकार ना करे.
बल्कि जिस से भी हम प्यार करते है, उस से बिना किसी शर्त के, बिना किसी लालच के बिना किसी द्वेषभावना के हमेशा दिल से प्यार करते रहना चाहिये. क्यूकी जब हम किसी को दिल से प्यार करते है तब हम सामने वाले के दिल में हमेशा के लिए बस जाते है. की जब दो लोगो के बिच प्यार होता है तब वह किसी दौलत का भूका नहीं होता, वह भूका होता है तो सिर्फ स्नेहभाव का. जिस से भी हम प्यार करते है उनसे हमेशा हमें प्यार से पेश आना चाहिये. एक दुसरे के लिए समय निकलते रहना चाहिये. तभी हम हमारे रिश्ते को सफलता से आगे बढ़ा पाएंगे.
प्यार से बोला गया आपका एक शब्द दो दिलो के बिच हो रहे बड़े से बड़े मनमुटाव को भी खत्म कर सकता है. प्रेमभाव से रहना कभी-कभी हमारे लिए भी फायदेमंद साबित होता है. क्यू की कई बार जो काम हजारो रुपये नहीं कर पाते वही प्यार से बोले गये हमारे दो शब्द काम आते है.
प्यार करना मतलब कुछ नहीं है, प्यार करने लायक बनना थोडा बहोत अच्छा है लेकिन प्यार करने और साथ में करने लायक बनना, ये सब कुछ है. प्यार को कभी किसी का दिया हुआ अनुदान समझकर स्वीकार ना करे.बल्कि ...Read Moreसे भी हम प्यार करते है, उस से बिना किसी शर्त के, बिना किसी लालच के बिना किसी द्वेषभावना के हमेशा दिल से प्यार करते रहना चाहिये. क्यूकी जब हम किसी को दिल से प्यार करते है तब हम सामने वाले के दिल में हमेशा के लिए बस जाते है. की जब दो लोगो के बिच प्यार होता है तब
वो अपने कदम पीछे लिए जल्दी से सीढ़ियों से उतरते हुए सोचने लगी, दी ने तो बताई ही नही थी उनका कोई मेहमान आने वाला है, पता नही यह अजनबी कौन है, दी से पूछती हु। इसी खयाल के ...Read Moreआरोही आरूषि के कमरे में गयी, कमरे में जा कर देखा तो आरूषि रोहित की शर्ट को प्रेस कर रही थी। आरोही: दी आरूषि सर उठा कर मुस्कुराते हुए बोली तुम उठ गई। आरोही: लेकिन आप यह बताये आपने मुझे जगाया क्यों नही। आरुषि: मैं तुम्हारे कमरे में गयी तो थी लेकिन तुम इतनी गहरी नींद में सो रही थी
रोहित: आपने तो मेरे दिल की बात कह दी, छा महीना घर से दूर रह कर मुझे घर की अहमियत पता चल गई। में तो दिन गिन रहा था कब ट्रेनिंग खत्म हो कब घर जाऊं। पता है आरूही ...Read Moreवक्त मेरी ओर रोहित की शादी हुई थी उस वक़्त राहुल ट्रेनिंग पर थे इसीलिए अपने एकलौते भी की शादी में नही आ पाए थे। राहुल: अगर में शादी में होता तो हम दोनों एक दूसरे से मिले होते और हमारे बीच कोई गलतफहमी नही होती। लेकिन भाभी मैं ने आपकी शादी की फोटेग देखी है उसमें आपकी बहन कहि
राहुल:यह बात तो आप सही कह रही है आपकी उंगुलियों में जादू है जो भी पकाती है बहोत ही टेस्टी होता है, लेकिन आरोहि भी टेस्टी बनाती है, मैं एक और लेलू,,,? आरुषि: एक ज़्यादा नही, फिर वो आरोहि ...Read Moreतरफ मुड़ कर बोली, तुम ऐसा करो पकौड़े की प्लेट बाहर ले कर जाओ तुम्हारे जीजू को पकौड़े बहोत पसंद है वो खुश हो जाएंगे। राहुल बीच मे बोलते हुए, भाभी आप उन्हें क्यों तकलीफ दे रही है मैं ले जाता हु और हा भैया ने कहा था मीठी चटनी बनवा लेना आप जल्दी से चटनी बना ले, वो प्लेट
अगली सुबह आरोहि कपड़े प्रेस कर रही थी आरुषि तह लगा रही थी तभी डोर बेल बाजी, आरोहि प्रेस एक साइड में रखते हुए बोली में देखती हु, आरोहि ने जैसे ही दरवाज़ा खोला बाहर रोहित के ममी पापा ...Read Moreथे, आरोहि खुशी से उन्हें गले लगाते हुए फूफी और फूफा जी आप दोनों आ गए,,,,,, वो आरुषि को आवाज़ देने लगी उसकी आवाज़ सुन कर आरुषि सर पर दुपट्टा रखते हुए बाहर आई, और उन दोने के आशीर्वाद लेने लगी। वंश रावत(रोहित के पिता): खुशी से उसके सर पर हाथ फेरते हुए खुश रहो बेटी। वंशिका रावत( रोहित की