बहुत सारा प्यार (2) 173 313 ❤❤तुमसे पहले कभी किसी इतने छोटे बच्चे को गोद में नहीं लिया था। इसलिए जब पहली बार तुमसे मिलने आ रहे थे तो डर था, तुम्हें गोद में कैसे लेंगे।तुम जन्म के तीसरे दिन हमारी गोद में थे, लेकिन हमें डर नहीं लगा क्योंकि विश्वास था.. की तुम सुरक्षित हो हमारे पास। उस वक़्त तुम बहुत नाज़ुक थे, लेकिन फिर भी हमें कोई डर नहीं था।जिस तरह से तुम अपनी छोटी-छोटी उंगलियों से हमें पकड़ते थे, या शायद कोशिश करते थे पकड़ने की, ये सब हम रोज महसूस करते थे। तुमसे मिलकर जाना कि एक छोटा बच्चा अपनों की गोद में कितनी शरारतें करता है, क्योंकि उसे यकीन है की वो कितनी भी उछल कूद कर ले, लेकिन गिरेगा नहीं। और यही यकीन तुमने हम पर दिखाया था।तुम्हें रोज कुछ नया करते देखना या तुम्हारी पहली मुस्कुराहट, इस सब को बहुत करीब से देखा है। कैमरे में तुम्हारे हर एक पल को कैद करने की कोशिश की है। ताकि ये पल हमेशा आँखों के आगे रहें , इन को वापस जिया जा सके। तुम्हारी हर एक छोटी बड़ी बात की खबर रखते थे, और आज भी रखते हैं।अकसर ही जब तुम्हारी उन तस्वीरों को देखा करते हैं, तो तुम सामने होते हुए भी याद आते हो। फिर सोचते हैं काश तुम छोटे ही रहो..??(इंसान की फ़ितरत ही होती है, कि वो स्वार्थी होता है खासकर अपनों और उनकी यादों के मामले में।)जैसे-जैसे तुम बड़े हो रहे हो शरारतें भी बढ़ती जा रही हैं, और तुम पर हमारा प्यार भी। तुम्हारा हमें आवाज़ देना, हमारे आगे-पीछे घूमना, हमें बेवज़ह पकड़ के खड़े हो जाना, कभी गोद में चढ़ना और कभी बेवज़ह गले लग जाना और इतनी कम उम्र में ही बहुत फिक्र करना..हमें याद है , जब एक दिन हम बीमार हुए तो, तुम हमें एकटक देख रहे थे। तुम्हें सब बहला रहे थे। लेकिन तुम्हारा ध्यान हम पर था। और आखिर तुम हमारी गोद में आ गए। और तब तक हमारे पास रहे जब तक तुम्हें, हम थोड़ा ठीक नहीं लगे। उस वक़्त तुम केवल एक साल के थे, तो स्वाभाविक है हमने ऐसे कुछ की तुमसे इतनी कम उम्र में उम्मीद नहीं की थी।ये सबकुछ बहुत खास है, और हमेशा रहेगा। हम आज भी तुम्हें उतना ही करीब से देखा करते हैं। उतना ही तुम पर ध्यान देते हैं। उस वक्त से लेकर अभी तक में, हर एक आदत, हर एक शब्द जो तुमने कहे सब याद हैं, क्योंकि हम तुम्हारे पास रहें, या दूर रहें.. तुम हर वक़्त साथ हो, और हम हर वक़्त तुम्हारे पास हैं।अब तुम धीरे-धीरे बड़े हो रहे हो, तुम्हारी प्राथमिकताओं में बदलाव आएगा। बहुत कुछ महत्वपूर्ण होगा और बहुत कुछ महत्वहीन। बहुत सारे सपनों को लेकर तुम्हारा भविष्य तुम तय करोगे। कभी जीतोगे और कभी हारोगे। लेकिन उस हर एक हार-जीत में हम तुम्हारे साथ रहेंगे "हमेशा"।तुम कभी, किसी भी जगह, अकेले नहीं हो.. हमेशा सब तुम्हारे साथ हैं.. हम तुम्हारे साथ हैं।सब तुमसे बहुत ज़्यादा प्यार करते हैं, और हमेशा करेंगे, चाहे परिस्थिति कैसी भी हो।तुम्हारी मासी तुमसे जितना कहती हैं उससे कहीं ज़्यादा प्यार करती हैं। और ये हम तुमसे तुम्हारी हर उम्र में कहेंगे। क्योंकि तुम्हें पता होना चाहिए तुम हम सब के लिए क्या हो। तुम्हारी अहमियत कितनी है।अभी तुम बहुत छोटे हो इन बातों को नहीं समझ सकोगे। और शायद जब समझ सको तब ये कहना मुश्किल हो जाये या शायद ज़ाहिर करना।❤❤लेकिन लिखना आसान था। *** Download Our App Rate & Review Send Review Shivam 4 month ago JD The Reading Lover 4 month ago More Interesting Options Short Stories Spiritual Stories Novel Episodes Motivational Stories Classic Stories Children Stories Humour stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Social Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Roopanjali singh parmar Follow Share You May Also Like आखिरी ख़त by Roopanjali singh parmar वो कौन था by Roopanjali singh parmar अधूरी ख्वाहिश by Roopanjali singh parmar संध्या by Roopanjali singh parmar मायका और ससुराल by Roopanjali singh parmar जो रोम रोम में है, उसे कैसे भूल जाऊं by Roopanjali singh parmar पार्थ आपका बेटा है by Roopanjali singh parmar अश्लील क्या है.. नज़रिया या कपड़े?? by Roopanjali singh parmar भाभी by Roopanjali singh parmar