मैं जब भी किसी के पास गया लेकर अपनी कामना
'मेरे सामने आ गई विचारों की बहती नदी भावना ।
भूल गया मैं सब कुछ क्योंकि हो गया वह जिसकी
नहीं थी संभावना -ब्रह्मदत्त
दुनियाँ
की सबसे
खतरनाक नदी
है,- भावना
सब बह जाते है
। इसमें.....सभी अपने गैर पराए या जो करते हैं
भगवान की भावना
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
दुनियाँ
की सबसे
खतरनाक नदी
है,- भावना
सब बह जाते है
इसमें ...
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
ब्रह्मदत्त त्यागी
हापुड़

Hindi Shayri by ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ : 111392183

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