विषय .देशहित ..
विधा .कविता ..
देशहित सर्वोच्च ,होना चाहिए ।
मातृभूमि पर सदा ,गर्व होना चाहिए ।।
भाईचारे की एकता ,सब में होनी चाहिए ।
मानवता का नाता ,सब में होना चाहिए ।।
दुश्मनों को मुँहतोड़ ,जबाव मिलना चाहिए ।
आंतकी को पल में ,धूल चटानी चाहिए ।।
एकता के साथ ,सबको मुकाबला करना चाहिए ।
देशहित जरूरत पड़े ,तो कुर्बान होना चाहिए ।।
देश पर आंच आए ,ऐसे काम नहीं करने चाहिए ।
विश्व में भारत का नाम ,ऊँचा होना चाहिए ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,जगतपुरा ,सेवीस्वराज ,अमदाबाद ।।

Hindi Poem by Brijmohan Rana : 111391852
Brijmohan Rana 4 years ago

सभी मित्रों को धन्यवाद जी ।

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