दिल टूट गया तो फिर रोना क्या,
मेरी यादों का खजाना बाकी है ।
चाहते थे उन्हें किस कदर उनको,
ये "अनकहा" उनको बताना बाकी है ।
कमलेश शर्मा "कमल"-09/04/20
#अनकहा

Hindi Shayri by कमलेश शर्मा कमल सीहोर म.प्र : 111391360

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