खत्म हो गए हैं अल्फ़ाज़, अहसास बाक़ी है,
भूल गए है हम सब, पर तेरी याद बाक़ी है...
यादों के सफर में पल पल जलते हुए,
मिट तो गए हैं, पर राख़ बाकी है..

Gujarati Shayri by Sarita Sharma : 111384454

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