तु नाराज तो है अपने इंसान से भगवान...
नहीं तो मंदिरों मे दरवाजे बंद ना करता...
सज़ा दे रहा है कुदरत से खिलवाड़ की..
नहीं तो गुरूद्रार से लंगर कभी ना उठता..
आज उन बारिश की बूंदे से संदेश मिला..
रोता तो तू भी है जब इंसान आंसू बहाता..
माफ़ करदे अपने बच्चों के हर गुना..
सब कहते, हैं तेरी मज़ी के बिना तो..
पत्ता भी नहीं हिलता!!!

Hindi Blog by Anil Ramavat : 111378493

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