जिसे सुन कानों में घुलती मिश्री सी मिठास
ऐसी है मेरी मातृभाषा हिंदी की शान।

छोटे बड़ों को देती है सम्मान
ऐसी है मेरी मातृभाषा हिंदी महान।।

परायो को भी देती अपनेपन का एहसास
ऐसी है मेरी मातृभाषा हिंदी महान।।

दिल की हर धड़कन को देती शब्दों में ढाल,
ऐसी है मेरी मातृभाषा हिंदी महान।।

दिलों को जोड़ने का करती सेतु सा काम,
ऐसी है मेरी मातृभाषा हिंदी महान।।

सरोज

Hindi Poem by Saroj Prajapati : 111345616

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now