" गर समझ मे आये तो इश्क न कीजिएगा ,
हुजूर ऐ तो नादांनों का खेल हैं , उन्हें ही खेलनें दीजिए"......!! अजीत सिंह गौतम् ✍️

Hindi Shayri by डा. अजीत सिंह गौतम् : 111343495

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