ना आप के आशिक थे ना आप के दुश्मन बडी आशानी से पीछा छूडा लिया दोस्त आप ने हमसे...
ना उसमें आपका कसूर निकला ना कोई गुनाह निकला बस हर दम आज तक मेरा अपनी दोस्ती पर जो गूरूर था... बस वो निकला ..
Ami patel

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