लोग अक़्सर तेरी मुस्कराहट की तारीफ किया करते है,
हो भी क्यों न कई शिक़वों को दफ़न करके ये खिला करते हैं....!! अजीत सिंह गौतम् ✍️

Hindi Shayri by डा. अजीत सिंह गौतम् : 111341432

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