"पुरानी यादें"
एक बार टूटे तो वापिस जुड़ ना सके।
तुझसे दूर चल दिए पर वापस मूड़ ना सके।
जो एक बार गिरे तो वापस उड़ ना सके।
जो नई रिश्ते बने तो उनमें वापिस पहले की तरह घुल ना सके।
हम उन पुरानी यादों को भूल ना सके।
-बिंदु अनुराग

Hindi Poem by Bindu _Maiyad : 111326548

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