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कभी सोचा नहीं था कि प्यार में इतने मजबूर हो जायेंगे, इतना नजदीक आने के बाद भी इतने दूर हो जायेंगे..!! ✍️ गीता परमार
Thanks... 🙏
Thanks.. 🙏
Wah ..
शुक्रिया.. 😊
Wahh....bahut badhiya 👌🏻👌🏻👌🏻
धन्यवाद.. 🙏
शुक्रिया,,, गीता जी।,,,,🙏
वाह लाजवाब.. 👌
ओहो,,,,,जवाब नही पर फिरभी,,,,,, हर लम्हा चाँद चाँद निखरना पड़ा मुझे मिलना था इस लिए भी सँवरना पड़ा मुझे आईना टूट टूट के मुझ में समा गया और रेज़ा रेज़ा हो के बिखरना पड़ा मुझे
वाह.. तेरे इंतजार में मेरा बिखरना इश्क है , और तेरी मुलाकात पर मेरा निखरना इश्क है..
वाह सुप्पर,,,,,👌 अगर हमारी आपसे मुलाक़ात होगई होती आपकी आपके दिलसे अदावत होगई होती
वाह क्या बात है... 👌👌 तेरे साथ को तरसे, तेरी बात को तरसे , तेरे साथ रह कर भी, तेरी मुलाकात को तरसे..!!
वाह क्या बात है।,👍👍 ऐसा नहीं कि हमको कोई भी खुशी नहीं लेकिन ये ज़िन्दगी तो कोई ज़िन्दगी नहीं क्यों इसके फ़ैसले हमें मंज़ूर हो गए इतने हुए करीब कि हम दूर हो गए
આભાર દી.. 😊🙏
વાહ..👌🏼
વાહ
*जब कुछ नहीं रहा पास तो रख ली तन्हाई संभाल कर मैंने..* *ये वो सल्तनत है जिसके बादशाह भी हम, वज़ीर भी हम, फकीर भी हम...*
લબ્જો મે ઉસકા ઝિક્ર ભલે હિ નહિ પર યાદો મે ઉસકા શોર આજ ભી હે...
धन्यवाद.. 😊
👌👌
शुक्रिया... 😊
शुक्रिया जी.. 😊
वाह!!
Thanks.. 😊
Super
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