ये टूटे दिल वालों कि मेह्फ़िल हे जनाब..
फ़िर क्यु यहाँ दिल जोड़ने के जज्ज़बात रखते हो
कोइ बताओ उसे कि दुर रहे वो रहे हमसे
क्यु जीने कि उम्र मे ज़ेर कि चाह रखते हे
bhumi patel

Hindi Poem by Bhumi Polara : 111307452

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