बदसूरती भी खूबसूरती में बदलेगी
बंजर धरती भी हरियाली से महकेगी
मिल जाये एक लम्हा मोहब्बत का

धूप भी शीतलता का अनुभव करेगी
पानखर में भी वसंत खिलेगी
मिल जाये एक लम्हा मोहब्बत का

आंसू भरी अखिया भी मुस्कुराएगी
बेजुबा भी अपना सुर रेलायेगा
मिल जाये एक लम्हा मोहब्बत का

तेरी बेरुखी भी तड़प बनेगी
तेरी शिकायते भी प्यार बनेगी
मिल जाये एक लम्हा मोहब्बत का..✍️

Hindi Poem by Krupali Kapadiya : 111297547

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