दुआ मांगी हमने उनकी खुशियों कि...
दुआ मांगी हमने उनकी खुशियों कि...
वो हमारे नही है तो क्या हुआ?
हम तो उन्हें अपना मानते है,
वो नही जानते हमें
हम तो जान मानते है उनहे...
वो नही हँसते हमारे सामने?
हम तो मुस्कुराते है उन्हे देख..
वो नही देखते तो क्या हुआ?
हम तो नजर रखते है उन पर...
दुआ मांगी हमने उनकी खुशियाँ की...
वो खुश रहे अपनी जींदगी मे
हमेशा मुसकुराते रहे...

Hindi Poem by D S Dipu શબ્દો નો સાથ : 111290725

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