सोच कोई रात ऐसी, रात में हो बात ऐसी
बात में बरसात ऐसी, जिसमे भीगे मनचला
रात का तन्हा सफ़र हो, इश्क़ अपने ज़ोर पर हो
करवटें कुछ हमसफ़र हो
आग बिन हो तन जला

Hindi Romance by Vaidehi : 111283856

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