एक ही हसरत थी दिल में कि तु भी कभी याद करेगा पर कब दफन हो गइ पता ही न चला ।

Hindi Shayri by Mir : 111272043
Harsh Parmar 5 years ago

"आंसुओ का कोई वजन नहीं होता दोस्त, पर न जाने इनके गिर जाने से मन हल्का क्युँ हो जाता है !!"

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