कुछ तो वजह है ये दिल की दूरियां नहीं मिटती,

बेनाम,

वर्ना कहीं सुना है ?? की हरी साख पर पत्तियां नहीं खिलती ।

Hindi Blog by Er.Bhargav Joshi અડિયલ : 111268802
Devesh Sony 5 years ago

ભાઈ ભાઈ... ?

Er.Bhargav Joshi અડિયલ 5 years ago

दर्द अपनो का परायो से कुछ कम भी नहीं, ये वाह और आह..का फासला बहुत दूर भी नहीं।

Shweta Parmar 5 years ago

जिन्दगी के सफर को लफ्जों में पिरोया है, अपनी हर ग़ज़ल को दर्द में भिगोया है... आज वाह - वाह ना करना यारों, क्योंकि आज फिर ये दिल किसी की याद में रोया है...

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