गली , महोल्ला सूना सा पड़ा है ,
सोच रहा हूँ ,
गली के बीचोबीच एक ठुमका
लगा दूँ ?
क्योंकि ...
तमाशा देखने वालोंकी
कमी नहीं है....इस जहाँ में

इसी बहाने फिरसे गली के सुनेपनमे थोड़ी हलचल सी मच जाएं
:-मनिषा हाथी

Hindi Thought by Manisha Hathi : 111264589

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