#जन्मदिन #मुबारक #गुलजारसाहब
वक़्त के सितम, कम हसीं नहीं
आज हैं यहाँ, कल कहीं नहीं
वक़्त से परे अगर, मिल गये कहीं
मेरी आवाज़ ही, पहचान है गर याद रहे
नाम गुम जायेगा, चेहरा ये बदल जायेगा
मेरी आवाज़ ही, पहचान है गर याद रहे..

Hindi Blog by अnu : 111238059

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