ये बारिशें भी तुम सी हैं

जो बरस गई तो बहार हैं
जो ठहर गई तो क़रार हैं

कभी आ गई यूँ ही बे सबब
कभी छा गईं यूँ ही रोज़ ओ शब

कभी शोर हैं कभी गुम सी हैं
ये बारिशें भी तुम सी हैं !

English Good Morning by S Kumar : 111217305

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