अंतिम अध्याय बिछोह नरोत्तम गिरी से कैथरीन का, कैथरीन से नरोत्तम गिरी का। दोनों अपनी अपनी धुन में अकेले ...
भाग 16 इस बार लॉयेना से विदा लेते हुए कैथरीन का मन भारी था। लॉयेना भी उदास थी। कैथरीन ...
भाग 15 शाम को 5 बजे लॉयेना ने अपने को बिजी बताते हुए कैथरीन से आग्रह किया -" तुम ...
भाग 14 5 वर्ष हिमालय में तपस्या कर नरोत्तम गिरी हरिद्वार लौटा। आते ही उसे बुखार ने जकड़ लिया। ...
भाग 13 सूर्य उगता है, ढलता है। उसका उगना और ढलना प्रकृति के चक्र का प्रत्यक्ष उदाहरण है। संसार ...
भाग 12 नरोत्तम गिरी एक वर्ष तक कन्दराओं में रहा। खुद को परिष्कृत कर मन को बांधा। मोबाइल फोन ...
भाग 11 कुंभ नगर इन दिनों भक्ति, साधना और संगीत की रसधार से समस्त श्रद्धालुओं को सराबोर कर रहा ...
भाग 10 नरोत्तम गिरी से मिलकर कैथरीन बेचैन सी हो गई थी। भोजबासा में मिले अष्टकौशल गिरी और महाकाल ...
भाग 9 मौसम ने करवट बदली। कोहरे की गाढ़ी परत ने कर्णप्रयाग के जंगलों पर अपना आसन जमा लिया। ...
भाग 8 नरोत्तम गिरी साधना में रत हो गया। हिमालय पर्वत श्रृंखला की चोटियों पर लगातार शून्य से भी ...