फ़ैसला - 11

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फ़ैसला (11) अगले दिन सवेरे सिद्धेश ऑफिस जाने के लिए तैयार ही हो रहा था कि अचानक किसी ने कॉल बेल बजायी। उसकी आवाज से सिद्धेश भी खिड़की से गेट की ओर झांकने लगा। तब तक भोला गेट पर पहुंच चुका था। उसने गेट खोलकर देखा तो उसे पोस्टमैने दिखाई दिया। उसने पूछा - क्या यह सिद्धेश जी का मकान है। वे यहीं पर रहते हैं? उसके इस प्रकार पूंछने पर भोला मन ही मन बुद-बुदाने लगा। लगता है कोई नया निठल्लू आ गया है जो कि सिद्धेश बाबू के बारे में इस तरह पूंछताछ कर रहा है। भला उनको